रास रच्यो है कृष्णा भजन लिरिक्स

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रास रच्यो है
रास रच्यो है
जमुना के तट हरी
रास रच्यो है

रास रच्यो है
रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

राधा नाचे कृष्णा नाचे
नाचे गोपी जान
मन मेरो बन गयो रे सखी रे
पावन वृंदावन

रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

सूरज नाचे चंदा नाचे
नाचे तारा गण
मन मेरो बन गयो सखी री
पावन वृंदावन

रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

गंगा नाचे यमुना नाचे
नाचे सरयू संग
मन मेरो बन गयो सखी री
पावन वृंदावन

रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

गन्धर्व नाचे ऋषि मुनि नाचे
नाचे देव गण
मन मेरो बन गयो सखी रे
पावन वृंदावन

रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

ब्रह्मा नाचे शंकर नाचे
नाचे नंदी संग
मन मेरो बन गयो सखी री
पावन वृंदावन

रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

हम भी नाचे तुमभी नाचो
नाचे कान्हा संग
मन मेरो बन गयो सखी री
पावन वृंदावन

रास रच्यो है
रास रच्यो है
यमुना के तट हरी
रास रच्यो है

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