जनम तेरा बातों ही बीत गयो रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो कृष्णा भजन लिरिक्स

0
450
views
Share on Facebook
Tweet on Twitter

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो
पाँच बरस को भोला भाला,
अब तो बीस भयो।
मकर पचीसी माया कारण,
देश विदेश गयो।
पर तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो

पाँच बरस को भोला भाला,
अब तो बीस भयो।
मकर पचीसी माया कारण,
देश विदेश गयो।
पर तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

तीस बरस की अब मति उपजी,
(तो) लोभ बढ़े नित नयो।
माया जोड़ी तूने लाख करोड़ी,
(पर) अजहू न तृप्त भयो।
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

वृद्ध भयो तब आलस उपज्यो,
कफ नित कंठ रह्यो।
संगति कबहू ना किन्ही रे तूने,
बिरथा जनम गयो।
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

ये संसार मतलब का लोभी,
झूठा ठाठ रच्यो।
कहत कबीर समझ मन मूरख,
तू क्यों भूल गयो।
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥

जनम तेरा बातों ही बीत गयो,
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो॥
रे तुने कबहू ना कृष्ण कह्यो

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here