ये माँ अंजनी का लाला है देव बड़ा बल वाला
और ना कोई कर पाया जो वो इसने कर डाला
प्रभु मुझ पर दया करना
मैं तो आया हूँ शरण तिहारी
तेरी प्यारी सी मनभावन मूरत
जब-जब देखूं मैं जाऊं बलिहारी
ये माँ अंजनी का लाला है देव बड़ा बल वाला
और ना कोई कर पाया जो वो इसने कर डाला
जय बजरंग बलि जय बजरंगी
बालापन में सुरज को जब समझ के फल था मुख में लिया
समझ के फल था मुख में लिया बदल दिया
बदल दिया था नियम सृष्टि का
दिन में भी था अँधेरा किया
विनती करी मिल देवों ने
तब था उसे मुख से निकाला रे
ये माँ अंजनी का लाला
है देव बड़ा बल वाला
जय बजरंग बलि जय बजरंगी
माँ सीता की खोज में इसने
उड़ के समंदर पार किया
उड़ के समंदर पार किया
सारी उजाड़ी अशोक वाटिका
सारी उजाड़ी अशोक वाटिका
अक्षय कुमार को मार दिया
जला दिया लंका नगरी को
तहस नहस कर डाला रे
ये माँ अंजनी का लाला
है देव बड़ा बल वाला
जय बजरंग बलि जय बजरंगी
मूर्छित हो गए लखन लाल तब
अपना फ़र्ज़ निभाया था
रात्रि में ही रात्रि में ही
रात्रि में ही वेद सुषेण को
लंका से ले आया था
औषधि जो थी समझ न आई
तो पर्वत ही ले आया रे
ये माँ अंजनी का लाला
है देव बड़ा बल वाला
जय बजरंग बलि जय बजरंगी
बड़े बड़े बलशाली
बजरंग द्वार पर शीश झुकाते हैं
सारे पापी सारे पापी
सारे पापी और अधर्मी तुझसे ही घबराते हैं
ऋषि मुनि और ज्ञानी पन्ना
राजू जपे है इसकी माला
ये माँ अंजनी का लाला
है देव बड़ा बल वाला
और ना कोई कर पाया जो वो इसने कर डाला
जय बजरंग बलि जय बजरंगी
ये माँ अंजनी का लाला
है देव बड़ा बल वाला