राधा तेरी मटकी कमाल कर गयी
माखन से मुझको मालामाल कर गयी
राधा तेरी मटकी कमाल कर गयी
माखन से मुझको मालामाल कर गयी
जबसे मेरे नैनो में श्याम समाया
हाए सखी प्रेम का रोग लगया
राधा तेरी मटकी कमाल कर गयी
माखन से मोहे मालामाल कर गयी
राधा तेरी धीरे धीरे बाजी जब पायल
सुनकर के मनवा होता है घायल
कान्हा तेरी मुरली कमाल कर गयी
यमुना तट पे कैसा धमाल कर गयी
शैलेंद्रा ने मुझको आज बताया
चंचल ने सँवरे को अपना बनाया
राधा तेरी मटकी कमाल कर गयी
माखन से मोहे मालामाल कर गयी