मुझको नवल उत्थान दो || Mujhko Naval Utthan Do Maa Saraswati Bhajan Full Hindi Lyrics

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मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

मा शरदे हंससिनी वागेश वीना वाडिनी,
मुझको अगम स्वर ज्ञान दो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

माया मुझको ना तक सके,
मॅन मो मेी ना फस सके,
कर डोर सब अगयाँ दो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

निष्काम हो मनोकामना,
मेरी सफल हो साधना,
नयी गति नयी ताल हो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

हो सत्या जीवन सारथि,
तेरी करू नित्या आरती,
संवेधी सच समान हो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

मॅन बुद्धि हृद्या पवितरा हो,
मेरा महान चरित्रा हो,
विद्या विनय बाल दान दो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

सौ वराश तक जीते रहे,
सच अमीया हम पीते रहे,
निज चरण मेी स्थान दो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

यह विश्वा ही परिवार हो,
सब के लिए समान प्यार हो,
आदेश लक्ष्या महान दो,
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,
मुझको नवल उत्थान दो
मा सरस्वती मुझको वरदान दो,

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