जादू कर गयो री टोना कर गयो री
मेरो नटखट नन्द गोपाल सांवरियां जादू कर गयो री
सुन मैयां तेरा नटखट नन्द सांवरियां जादू कर गयो री
दीवानी हो कर के दोनों वृन्दावन नगरी
लोग मुझे ताने मारे कैसे मुझको पगली
इसी तिर्शी नजर चला के मुझको पागल कर गयो री
तेरो नटखट नन्द गोपाल सांवरियां जादू कर गयो री
ग्वाल बाल सब छोड़ दे छोडी सखियाँ प्यारी
तेरी लग्न में मगन हो गी सुध भूध मैं हारी
नैनं से वान चला के वो मुझको घ्याल कर गयो री
तेरो नटखट नन्द गोपाल सांवरियां जादू कर गयो री