जीमो जीमो साँवरिया थे कृष्णा भजन

0
454
views
Share on Facebook
Tweet on Twitter

जीमो जीमो साँवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी
बाँसुरिया की तान सुनाता
छम छम करता आओ जी
जीमो जीमो साँवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी॥

माखन मिश्री मेवा मोदक
मनचाया मिष्ठान जी
रसगुल्ला रस भरी जलेबी
छप्पन रस पकवान जी
पूड़ी कचौड़ी खट्टी मीठी
पूड़ी कचौड़ी खट्टी मीठी
चटनी चाख बताओ जी
जीमो जीमो सांवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी॥

जो कुछ भी है आप री किरपा
मेरी के औकात जी
देवणीया थे लेवणिया मैं
सिमरा दिन और रात जी
दीनानाथ दयालु भगवन
दीनानाथ दयालु भगवन
आओ बैगा आओ जी
जीमो जीमो सांवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी॥

‘लहरी’ भाव भरोसो पुरो
राखो माथे हाथ जी
बरसाओ सांवरिया अब तो
अमृत की बरसात जी
सेवा में कोई भूल चूक हो
सेवा में कोई भूल चूक हो
सांवरिया बिसराओ जी
जीमो जीमो सांवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी ॥

जीमो जीमो साँवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी
बाँसुरिया की तान सुनाता
छम छम करता आओ जी
जीमो जीमो साँवरिया थे
आओ भोग लगाओ जी॥

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here