जग में दो दिन का तू मेहमान || Jag Mein Do Din Ka Tu Mehmaan Krishna Bhajan Full Lyrics By Ajay Tiwari

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कैसे तूने मान लिया ये की तू जाग का भगवान
खुद को भी तू खुद नही जाने
तू तो माटी का इंसान

झूठा तेरा जाग मैं तेरा अभिमान
खुद पे करता क्यू इतना गुमान
अपने आप से तू अंजान
जग में दो दिन का तू मेहमान
जग में दो दिन का तू मेहमान

झूठा तेरा जाग मैं तेरा अभिमान
खुद पे करता क्यू इतना गुमान
अपने आप से तू अंजान
जग में दो दिन का तू मेहमान
जग में दो दिन का तू मेहमान

करमो से पाया जानम तेरे बड़े भाग रे
उनको ही भूल गया जिनसे जागे भाग रे
मा बाप छ्चोड़ के नाते को तोड़ के
छ्चोड़ दिया दर दर की खाने को ठोकरे

आस थी मा बाप को तीरथ कराएगा
क्या पता उन्हे की तू पानी भी ना पिलाएगा
रोटी दिया दो वो भी गिन गिन खिलाया
जानम देने वालो को ये भी दिन दिखाया

राह देख देख तेरी देर जो होजती
तेरे लिए तेरी मा भूखी ही सो जाती
साप बन के दस लेगा जो वो जान जाती
तो मा भी अपने बेटे को दूध ना पिलाती
मा भी अपने बेटे को दूध ना पिलाती

तुझे होता भी कैसे भला ज्ञान
किया मा बाप का अपमान
भूला मा बाप के अहसान
जग में दो दिन का तू मेहमान
जग में दो दिन का तू मेहमान

सारे जाग के जीतने पाप अपने नाम करलिया
पाप की गठरी को तूने अपने सिर पे रख लिया
चलती कैसे गाड़ी बता बोझ इतना कर लिया
माया जोड़ जोड़ के अपने घर को भर लिया

सांगी साथी इश्स जहा में किसके काम आते है
दुख की घड़ी देखते ही साथ छ्चोड़ जाते है
लोग अपने आप को इश्स कदर गिरते है
वक़्त आने पेर कफ़न को लोग बेच खाते है

अपने मॅन में नाम का गुरूर जिसने भर लिया
नाम क्या था नामो निशा उनका जाग से मिट गया
जैसे ढले धूप च्चव जीवन भी ढाल गया
दो दिन का तेरा नशा माटी में मिल गया

साथ सात जन्मो का जाग को जो बताते थे
देखा सात दिन के बाद भीख माँग खाते थे

झूठा करता क्यू जाग में बखान
झूठे लोगो की जाग में दुकान
जानकार बन गया तू नादान
जग में दो दिन का तू मेहमान
जग में दो दिन का तू मेहमान

जो जिसकी मजबूरी जाग में जान जाते
बस उसी सहारे से दुकान चलते
बस्ती ये लूटेरो की लोग लूट लेंगे
जैसे तूने सबको लूटा तुझको लूट लेंगे

इतना ही साथ तेरा अपनो के साथ तक
लाके छ्चोड़ देंगे तुझे समशान घाट तक
पट्टनी साथ देगी घर की चौखट जहा तक
बेटा साथ देगा अग्नि दान है जहा तक

चौरासी लाख योनियो में फिर फ़िरेगा
जाने जानम कौनसी योनि में फिर मिलेगा
फिर किसे तू अपने मॅन की बात को कहेगा
कौन है वाहा जो तेरी बात को सुनेगा

आज से ही मॅन से तू अभिमान को मिटा दे
झूठे जाग की झूठी शान बान को भुला दे

मा बाप के चरनो में ध्यान को लगा के
उसका नेक बंदा है जाग को ये बता दे
उसका नेक बंदा है जाग को ये बता दे

मॅन में जो बैठा उसको पहचान
यूयेसेस विधाता की शक्ति को जान
बस लगा यूयेसेस प्रभु का तू ध्यान
जाग में दो दिन का तू मेहमान

मॅन में जो बैठा उसको पहचान
मॅन में जो बैठा उसको पहचान

उस विधाता की शक्ति को जान
उस विधाता की शक्ति को जान

बस लगा उस प्रभु का तू ध्यान
बस लगा उस प्रभु का तू ध्यान

जग में दो दिन का तू मेहमान
जग में दो दिन का तू मेहमान

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