जब तू ही तू है सबमें बसा
फिर कौन भला और कौन बुरा।
हर चीज में जलवा तेरा ही मुझे
नजर आया इन आखो से ।
एक बार जो देखा पर्दा हटा ।। फिर……
किस चीज से अब मैं प्यार करुं
और ठोकर से ठुकराऊँ किसे ।
जब दिल से दुइ का भेद मिटा ।। फिर….
फिर सुख दुःख रोना हँसना क्या,
और जीवन मरन बिछौना क्या ।
जब सबमे है प्रभु तेरी रजा ।। फिर…….