तक गये नैना तक गयी राहे
श्याम मगर तुम फिर भी ना आए
एक आस बँधी तेरे आने की
कही वो भी टूट ना जाए
एक दिन ऐसा भी मेरे जीवन में कभी आ जाए
कभी भूल से ही मेरे मोहन दीदार तेरा हो जाए
एक दिन ऐसा भी मेरे जीवन में कभी आ जाए
कभी भूल से ही मेरे मोहन दीदार तेरा हो जाए
कभी हम भी सुने तेरी मुरली जो सुनाई थी राधे जु को
जिस तां पे नाचे मीयर्रा वही तां सुना दे हुमको
तेरी तां को सुनके कान्हा बस हम भी कही खो जाए
कभी भूल से ही मेरे मोहन इकरार तेरा हो जाए
हम हार गये इश्स जाग से ये जाग है सारा झूठा
तेरी आस लगा कर बैठे कही तू तो नही है रूठा
तेरी प्रीत दिला दे मुक्ति इश्स राह से जो भी जाए
कभी भूल से ही मेरे मोहन इज़हार तेरा हो जाए
होती कैसी है प्रीति तूने प्रीत की रीत सिखाई
की जिसने तुझसे प्रीति तूने उसकी प्रीत निभाई
मेरी प्रीत निबाड़े आजा तेरा मान जाए तो जाए
कभी भूल से ही मेरे मोहन उपकार तेरा हो जाए
एक दिन ऐसा भी मेरे जीवन में कभी आ जाए
कभी भूल से ही मेरे मोहन दीदार तेरा हो जाए