दर्शन दे मैया दर्शन दे
शेरावाली मैया दर्शन दे
मैं दर पे तेर ता
शरधा के फूल बिखेर ता
दर्शन दे मैया दर्शन
अख़बर का तूने घटा दिया था मान
अभिमाना का तोड़ दिया अभिमान
आया था दर लाया छटर तेरे
नंगे पैरो दोढ़ ता शरधा के फूल बिखेर ता
दर्शन दे मैया दर्शन
हम तो मैया आये तेरे दरबार
क्यों न हमको दिखा रही दीदार
बिनती सुनो संकट हनो तेरे नाम की
माला फेरता शरधा के फूल बिखेरता
दर्शन दे मैया दर्शन
भगतो का माँ करती हो उधार
रकट बीज से तूने दी मात,
तारे तू भा नैनो को धा न कोई
संकट गेर ता शरधा के फूल बिखेरता
दर्शन दे मैया दर्शन