तेरी गर्जना से मची खलबली
बता दो हनुमान कैसे लंका जली
भजन गायक – मनीष अग्रवाल मोनी
मोबाइल नंबर : 09300982985
चला मैं निशानी ले श्री राम की
जहा बैठी थी मेरी माँ जानकी
दिखाई जो मुंदरी वो व्याकुल हुए
उनको चिंता हुए मेरी जान की
आसुरो से भारी लंका की गली
बता दो हनुमान कैसे लंका जाली
लगी भूख मुझको बड़ी ज़ोर से
देखी रावण की बगिया बड़े गौर से
फल थे सुंदर बड़े उनको खाने लगा
आज्ञा मिली मई की और से
जंबो माली को मेरी ये हरकत खाली
बता दो हनुमान कैसे लंका जाली
मैं भूखा था सैनिक अकड़ने लगे
मेरे साथ आकर झगड़े लगे
लिया पंगा मुझसे लगे मारने
मेरे सोते असुरो पे पड़ने लगे
सूचना इसकी जब रावण को मिली
बता दो हनुमान कैसे लंका जाली
बेटा अक्षय मेरे हाथ मारा गया
जो भी आया था सांमुख संहारा गया
लड़ने मुझसे वाहा मेघनाथ आ गया
साथ लेकर के वो ब्रह्मपास्स आ गया
बढ़ मुझको घुमाया लंका की गली
बता दो हनुमान कैसे लंका जाली
मुझको रावण के सांमुख है लाया गया
फ़ैसला मिलके मुझको सुनाया गया
जो तबाही मचाई है इस दूत ने
आग मिलके लगा दो इससकी फूच्च में
मुझको क्रोध आ गया जो पूंछ मेरी जली
मुझको क्रोध आ गया जो पूंछ मेरी जली
सुनोजी श्रीमान ऐसे लंका जाली
बता दो हनुमान कैसे लंका जाली
राम सेवा में जो बँधा पहुचाएगा
फिर मेरे क्रोध से वो ना बच ना पाएगा
बेधड़क जो शरण राम के आएगा
रोमी कृपा सदा राम की पाएगा
जग की माया से प्रभु की सेवा भली
बता दो हनुमान कैसे लंका जाली