जिन्दगी मेरी यूँ ही गुजर गयी

0
860
views
Share on Facebook
Tweet on Twitter

जिन्दगी मेरी यूँ ही गुजर गयी
बिन तेरे साईं बिन तेरे साईं

पापी था ये मन पापी ये जीवन
बुरी संगत थी भटका था योबन
बस उमरिया मेरी बीती युही बीती
जिन्दगी मेरी यूँ ही गुजर गयी

मन भटक ता था सांस रूकती थी
याद में तेरी आंखे रोती थी
सारी दुनिया से हारा तेरी भक्ति मैंने की
जिन्दगी मेरी यूँ ही गुजर गयी

रखलो शिर्डी में दास तेरा हु
शिर्डी वाले मैं दास तेरा हु
मेरी किस्मत जगा दे मलू माथे पे बबुती
जिन्दगी मेरी यूँ ही गुजर गयी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here