उनको रहती कोई ना कमी
जिनको शिव की मेहर हो गयी
हर फ़िक्र से हुआ मुक्त वो
शिव को जिसकी फ़िक्र हो गयी
क्या डुबोएंगे तूफ़ान उन्हें
शिव की भक्ति में डूबा है जो
हर लहर पे किनारा लगे
शम्भू जिनके अगर हो गए
उनको रहती कोई ना कमी
जिनको शिव की मेहर हो गयी
राह से वो भटकते नहीं
अपनी मंज़िल को पाते है वो
हर सफर उनका आसान हुआ
भोला जिनके रहबर हो गए
उनको रहती कोई ना कमी
जिनको शिव की मेहर हो गयी
शिव से रखते जो नज़दीकिया
उनको रहती ना मजबूरिया
शिव को भूले रहे दूर जो
उनकी जिंदगी जहर हो गयी
उनको रहती कोई ना कमी
जिनको शिव की मेहर हो गयी
जो भक्त शिव के हुए
साथ उनके रही ना हार जीत
शिव की करते हुए बंदगी
जिनको साड़ी उम्र हो गयी
उनको रहती कोई ना कमी
जिनको शिव की मेहर हो गयी