तुम संग नाता जोड़ा जग ये सारा छोड़ के
मेरा कस के पकड लो हाथ बाबा आओ दोड के
रोम रोम में तुम्ही वसे हो लाल लंगोटे वाले
तुझको छोड़ के कहा जाऊ मैं बाबा शोटे वाले
अपना प्रेम निराला देखो इन्हें जोड़ के
मेरा कस के पकड लो
जितना मैंने माँगा तुमसे मुझे मिला है
तेरे कारण बाबा मेरे आंगन फूल खिला है
रंग केसरिया चड़ा है मुझपे नाचू ओडके
मेरा कस के पकड लो
पता नही मैं क्या हु तू ही बाबा जाने
मुझको है विश्वास आपका अंजू शर्मा माने
नरेश हो तुम तो सारे जगत के अपनी थोड पे
मेरा कस के पकड लो