शिव के धाम की धुरी चन्दन माथे पे तू धर्ता जा Shiv Ke Dhaam Ki Dhuri Chandan Mathe Pe Tu Dharta Jaa Shiv Bhajan

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शिव है मालिक
शिव है पालक
शिव के भरे भंडार
परमपिता इस शिव की
माया है अपरम्पार
शिव के धाम की धुरी चन्दन
माथे पे तू धर्ता जा
हर हर हर महादेव की
मन से माला जपते जा …2

हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …

घाट घातकी है जानने वाले
ज्योतिर्लिंग भगवान् …2
सुख शांति वैभव का ले
मन छह वरदान ..2

जैसे भरे है सब ने खजाने
हर हर हर महादेव की
मन से माला जपते जा …2
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …

गंगा धार के नाम की गंगा का
जो है अमृत पीते …2
दुनिया झुकती उनके दर पे
शान से वो जीते …2

भाव सागर से तारे है लाखों
है के तू भी तारता जा
हर हर हर महादेव की
मन से माला जपते जा …2
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …

शिव चरणों की पारस मनइयन
छू तो सही एक बार …2
लोहे का तन बनेगा सोना
होगा तेरा उद्धार …2

शिव का सच्चा प्यार जो पाना
पाप कर्म से डरता जा
हर हर हर महादेव की
मन से माला जपते जा …2

हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …
हर हर महादेव …

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