सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुलहनिया
मैं बनूँगी दुलहनिया मैं बनूँगी सजनिया
मुरली वाले श्याम की मैं बनूँगी दुलहनीया
मेरो तो गिरधर गोपाल
दुसरो ना कोयी
जाके सर है मोर पखा
मोरे पति सोई
ऐसो वर को क्या वरु
जो जन्मे और मर जाये
वर वरियो तो सांवरे को
जो जनम सफल होई जाए
सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुलहनिया
मैं बनूँगी दुलहनिया मैं बनूँगी सजनिया
मुरली वाले श्याम की मैं बनूँगी दुलहनीया
साज श्रृंगार बंधी पग घूंघर
लोक लाज ताज नाची
मैं तो सावरे के रंग रांची
सांवरे के नाम की मेहंदी रचाऊँगी
वो मेरे होंगे मैं उनकी हो जाउंगी
श्याम रंग की मैं तो ओढूँगी ओढनिया
सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुलहनिया
भगत देख राजी हुयी जगत देख रोई
दासी मीरा लाल गिरधर तारो अब मोहे
श्याम भगत मेरे बनेंगे बाराती
बाजेगी सहनाई आये घोड़े और बाराती
पहली बार ऐसी जोड़ी देखिगी ये दुनिया
सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुल्हनिया
गिरधर मेरो साचो प्रियतम
देखत रूप लुभावो
मैं तो गिरधर के घर जाऊ
बन के सुहागन ब्रज मैं जाउंगी
सांवरे की सेवा में जनम बिताउंगी
श्याम तेरे धुन में मैं बानी रे जोगणिया
सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुल्हनिया
श्याम नाम को चूड़ो पहिरो
प्रेम को सुरमो साज
नख बेसन हरी नाम की
उतर चलो नी परली पार
फेरे होंगे सांवरे से जनम जनम के
बनवारी रात दिन राहु बन थान के
देख देख जलेगी ये सौतन मुरलिया
सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुल्हनिया
सांवरे साजन की मैं बनूँगी दुलहनिया
मैं बनूँगी दुलहनिया मैं बनूँगी सजनिया
मुरली वाले श्याम की मैं बनूँगी दुलहनीया