सामने आओगे या
आज भी पर्दा होगा,
रोज़ अगर ऐसा ही
होगा तो कैसा होगा ।
भजन गायक – पूनम दीदी
मौत आती है तो आ जाए
कोई गम ही नहीं,
वो भी तो आएगा
तो मेरा मसीहा होगा ।
मैंने मोहन को बुलाया है
वो आता होगा,
तुम भी आना मेरे घर
आज तमाशा होगा ।
हम गुहगारो ने सोचा
ही नहीं था प्यारे,
जिक्र मोहन की गली
में भी हमारा होगा ।
सामने आओगे या
आज भी पर्दा होगा,
रोज़ अगर ऐसा ही
होगा तो कैसा होगा ।