राहों मे तेरी क्यों कदम थम गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहों मे तेरी कदम थम गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहो मे तेरी
यह कहना ग़लत है रुलाया है तुमने
कैसे कहे की भुलाया है तुमने
जाग के चलाओ से बहेल हम गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहो मे तेरी
इशारो को तेरे स्माझ ना सके हम
ग़लती पे ग़लती करते गये हम
भरम जाल मेी क्यूँ फिसल हम गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहो मे तेरी
एहसान तेरे कैसे चुकाए
किससे तुम्हारे कैसे सुनाए
करे क्या बयान शब्द कम पद गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहो मे तेरी
तेरा लाल सूरज जब लड़खदाया
एहसास तेरा सदा संग पाया
तुमने जो थमा तो संभाल हम गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहो मे तेरी
राहों मे तेरी कदम थम गये
कन्हैया क्यूँ तुमसे बदल हम गये
राहो मे तेरी