मिले हो तुम बाबा बड़े नसीबों से
चुराया है तुमको किस्मत की लकीरों से
तुझे पाके किस्मत मेरी खुल गई है
यु ही रहना अब तुम मेरे होके
मेरी चाहतो का मुझको सिला मिल गया
मेरी आरजू का गुलशन भी खिल गया
ज़िन्दगी में मेरे श्याम जो भी
कमी थी पा कर बाबा वो ना रही
सजाया ये जीवन तेरे ही रंगों से
चुराया है तुमको किस्मत की लकीरों से
मिले हो तुम बाबा बड़े नसीबों से
नजरो में नज़ारे तेरे रहते है
तेरे प्रेम धरा में ही बहते है
एहसान बन के मेरा मुझपे किया
खुश नसीबी तू है मेरा साथिया
जन्म जन्म रहना मेरे करीब होके
चुराया है तुमको किस्मत की लकीरों से
मिले हो तुम बाबा बड़े नसीबों से
तू ही बन्दगी है मेरी मंजिल है तू
तू नाव मज मेरा साहिल है तू
दिलबर तू मेरा तू ही दिलदार है
कुंदन का खाटू वाले तू प्यार है
मजा लखा को आता तुझी में खो के
चुराया है तुमको किस्मत की लकीरों से
मिले हो तुम बाबा बड़े नसीबों से