मेरे कान्हा कहा तू गया रो रो पुकारे तेरी राधा
तेरे बिना मेरे मोहना मैं हु आधी तू भी आधा
#Singer – Puneet
छोड़ गया क्यों मुझ विरहन को
ऐसा तू निर्मोही या तन लागे वो तन जाने
और ना जाने कोई
आजा रे आजा रे आ अब तो लौट के आ
मेरे कान्हा कहा तू गया रो रो पुकारे तेरी राधा
प्यार सीखा के मन में वसा के
भूल गया क्यों मुझको तड़प तड़प के कटे रात दिन
कैसे बताऊ तुझको आजा रे आजा रे आ
और न अब तड़फा
मेरे कान्हा कहा तू गया रो रो पुकारे तेरी राधा
सावन बरसे नैना तरसे
फागुन लागे फीका होली दसहरा और दिवाली
दीप जलाना घी का आजा रे आजा रे आ मुझको भी रंग जा
मेरे कान्हा कहा तू गया रो रो पुकारे तेरी राधा
श्याम सांवला रूप है तेरा मन का भी तू काला
चुरा चुरा के माखन खाया दिल पे ढाका डाला
आजा रे आजा रे आ दीक्षित को समजा
मेरे कान्हा कहा तू गया रो रो पुकारे तेरी राधा
तेरे बिना मेरे मोहना मैं हु आधी तू भी आधा