लाल लाल चूड़ी दे दे माँ पहनाऊ गी
तारा जड़ी चुनरी से माँ सजाऊ गी
लाल लाल चूड़ी दे दे माँ पहनाऊ गी
हाथो में माँ के मेहँदी लगाओ
माथे पे बिंदियाँ माँ के सजाओ
अष्ट नवराते माँ की ज्योत जलाऊ गी
तारा जड़ी चुनरी से माँ सजाऊ गी
छोटे हाथो से हार बनाया
नैनो में माँ के काज लगाया
जो मैं खाऊ गी माँ को खिलाऊ गी
तारा जड़ी चुनरी से माँ सजाऊ गी
भक्ति में माँ की बड़ी है शक्ति
बन सुहे की लाली माथे पे सजती
भव सागर में डुबकी लगाऊ गी
सजन जी राधा में दर्शन पाउगी
तारा जड़ी चुनरी से माँ सजाऊ गी