कहाँ लगा तेरे तीर
अरे लक्ष्मण भैया
अवध पूरी से तीर चले थे
तीनो में से दो ही रहे थे
दो में से रह गया एक
अरे लक्ष्मण भैया कहा लगा तेरे तीर
अरे लक्ष्मण भैया
मेघनाथ ने तीरा जो मारा
लक्ष्मण के ह्रदय में समाया
व्याकुल हुआ शरीर
अरे लक्ष्मण भैया कहाँ लगा तेरे तीर
अरे लक्ष्मण भैया
हनुमान वन बूटी लाये
लक्ष्मण को बूटी घोल पिलाये
लक्ष्मण के बचे है प्राण
अरे लक्ष्मण भैया कहा लगा तेरे तीर
अरे लक्ष्मण भैया