जय हे महालक्ष्मी माँ
नैया मेरी पार करो ।
झोली फैलाए खड़ी
मैया भण्डार भरो ॥
तू है दयालु मैया ममता भरी
लाखों दुखियो की तुने विपदा हरी ।
हम भी आए शरण तिहारी
हम पे भी करो ध्यान धरो ॥
आई दिवाली आई दीपक जले
तेरी कृपा हो तो सब फूले फले ।
सुख सम्पति से घर भर जाए
इतना सा उपकार करो ॥