ॐ हरी ॐ
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ हरी ॐ
ॐ हरी ॐ
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
ॐ हरी ॐ
ॐ हरी ॐ
ॐ हरी ॐ
ॐ हरी ॐ
वो भोला भंडारी है
भक्तों का प्रतिपल …2
निर्धन के मन वास करे
सृष्टि रचाने वाला
क्यों भूल है काल को तेरे
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
जो इनपे विशवास करे
पूरी करे वो आशा …2
कभी न उसको निराश करे
कभी न रखता प्यास
भण्डार भरे वो तेरे
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
बहुत बड़ा वो दानी है
पारवती का प्यारा …2
निर्धन को है धनि करे
जो सब कुछ है वारा
माला फेरो नित सांझ सवेरे
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
एक बार जो ॐ कहे
पापों से छूट जाये …2
उसके सर पे हाथ धरे
भक्ति मुक्ति पाए
खाते जनम के फेरे
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
सच्चे मन से ध्यान धरे
वो है शिव को प्यारा …2
झूठ कपट का त्याग करो
आ जाये डमरू वाला
रहे कदम कदम संग तेरे
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे
मिट जायेंगे सब दुःख तेरे …2
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ
हरी ॐ