हर मन के संकट हरता ये संकट मोचन दाता हनुमान भजन लिरिक्स

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हर मन के संकट हरता ये संकट मोचन दाता
अरे निज भक्तो के जीवन में ये दया का रस बरसाता

सदा पूरी तुम मेरी हर इक आस करना
हनुमान बाबा मुझे न निराश करना
तेरी भक्ति से आत्मा को मिलता आराम है
सबसे बड़ा मन्त्र जय हनुमान जय श्री राम है

फ़िल्मी भजन तर्ज – मेरा यार बना है दूल्हा।

मंगल के दिन मंगलमय है
इस मालिक की पूजा
ऐसा दिन दयालु जग में
और नहीं कोई दूजा

इसका चिंतन जनम जनम के
पल भर में मैल धुलाता
हर मन कें संकट हरता

ये संकट मोचन दाता
अरे निज भक्तो के जीवन में
ये दया का रस बरसाता

इसके चरणों में निश्चय से
जो भी टेके माथा
भुतो प्रेतों वाला भय है
उनको छू नहीं पाता

फेरे जो इसके नाम की माला
निर्भय है हो जाता

हर मन कें संकट हरता
ये संकट मोचन दाता
अरे निज भक्तो के जीवन में
ये दया का रस बरसाता

हे हनुमान तुम हो सबसे बेमिसाल
तुमसे आँख मिलाये किसकी है मजाल
सूरज को पल में निगला अंजनी के लाल
मूरत तेरी देखकर भाग जाये काल

निष्ठा लगन से सच्चे मन से
जो भी इसे पुकारे
अंजनी लाला ये हनुमंता
उनके कष्ट निवारे

हर कोई इसके ही दर से
मन चाहा फल पाता

हर मन कें संकट हरता
ये संकट मोचन दाता
अरे निज भक्तो के जीवन में
ये दया का रस बरसाता

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