गरजे लंका में हनुमान
लंका पति रावण से
बोले पवन पुत्रा हनुमान
अब भी शरण राम की लेले
हो जासी कल्याण
बोलो पवन पुत्रा हनुमान की जय
लंका पति रावण से
बोले पवन पुत्रा हनुमान
अब भी शरण राम की लेले
हो जासी कल्याण
बोलो पवन पुत्रा हनुमान की जय
श्री राम शरण में
जानो है तो पूच्छ पकाड़ले रे
ओ राजा रावण तेरी मूच्छा
थोड़ी नीचे करले रे
राजा होकर चोरी सीखी इज़्ज़त करदी खाक
भूल गया की तेरी बहन की लक्ष्मण काटी नाक
रावण क्यो बे मौत मारे
रावण मेरी बात समझले रे
राजा रावण तेरी मूच्छा
थोड़ी नीचे करले रे
सीता माता ने हर लायो
करके धोका बाजी
बलि से तू च्छुपते डोले
कतो गयी रंग बाजी
थोड़े डिना की बात है
रावण तू भी आकाड़ले रे
राजा रवाँ तेरी मूच्छा
थोड़ी नीचे करले रे
बाँवरी कुच्छ साधु मरयो
होये बडो बलवान
सारो वंश ख़तम हो जासी
कुच्छ डिना की शान
बचना सके रावण जितना पैर पतकले रे
श्री राम शरण में
जानो है तो पूच्छ पकाड़ले रे
ओ राजा रावण तेरी मूच्छा
थोड़ी नीचे करले रे