जब संत मिलन हो जाए तेरी वाणी हरी गुण गाए तब इतना समझ लेना अब हरी से मिलन होगा नहीं क्रोध किसी पे आए सब में तो नज़र हरी आए तब इतना समझ लेना अब हरी से मिलन होगा आँखों से आंसू आए दिन रात याद हरी आए कोई दूजा ना मन को भाए दर्शन […]
Guru Dev Bhajans
हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी पाई अमर निशानी || Hamare Guru Mile Brahmgyani Payi Amar Nishani
हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी, पाई अमर निशानी । गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी काग पलट गुरु हंसा किन्हे, दीन्हि नाम निशानी । हंसा पहुंचे सुख-सागर पर, मुक्ति भरे जहाँ पानी ॥ गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी, हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी ॥ जल विच कुम्भ,कुम्भ विच जल है, बाहर भीतर पानी । विकस्यो कुम्भ जल जल […]
अब कर दो नाम दीवाना || Ab Kar Do Naam Diwana Gurudev Bhajan
कर दो नाम दीवाना जी, अब कर दो नाम दीवाना, मैं ताकू शब्द निशाना, मैं ताकू शब्द निशाना । मांगू एक गुरु से दाना, घट शब्द देयो पहचाना, घट शब्द देयो पहचाना जी,अब कर दो नाम दीवाना । मन साथ सदा परवाना, कर किरपा करम छड़ना , कर किरपा करम छड़ना जी,अब कर दो नाम […]
गुरुवार हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने || Guruvar Hum Bhi Sharnagat Hain Sveekar Karo To Jaane
गुरुवार हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने । अब हमे पतित से पावन सरकार करो तो जाने ॥ प्रेमी जन तुमको ध्याते, तुम भक्ति भाव वश आते । हम कुटिल हृदय से कलुषित, उपकार करो तो जाने ॥ गुरुवार हम भी… ज्ञानी तुम में तन्मय हैं, ध्यानी भी तुममे लय है । हम […]
वैष्णव जन तो तेने कहिये जे, पीड़ पराई जाने रे || Vaishnav Jan To Tene Kahiye Je Peed Parai Jaane Re
वैष्णव जन तो तेने कहिये जे, पीड़ पराई जाने रे | पर दुख्खे उपकार करे तोये, मन अभिमान न आने रे || सकल लोक मान सहने वन्दे, निंदा न करे केनी रे | वाच काछ मन निश्छल राखे, धन धन जननी तेनी रे || सम दृष्टि ने तृष्णा त्यागी, परस्त्री जेने मात रे | जिव्हा […]
जगत माहि संत परम हितकारी || Jagat Maahi Sant Param Hitkari
संत परम हितकारी, जगत माहि संत परम हितकारी | प्रभु पद प्रगट करावे प्रीती, भरम मिटावे भारी | परम कृपालु सकल जीवन पर, हरि सम सकल दुःख हारी | त्रिगुन्तीत फिरत तन त्यागी, रीत जगत से नयारी | ब्रह्मानंद कहे संत की सोबत, मिळत है प्रगट मुरारी |
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की || Mohe Laagi Lagan Guru Charnan Ki
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की | चरण बिना मुझे कुछ नहीं भाये, जग माया सब स्वपनन की | भव सागर सब सूख गया है, फिकर नाही मोहे तरनन की | आत्म ज्ञान दियो मेरे सतगुरु, पीड़ा मिटी भव मरनन की | मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, आस बंधी गुरु चरणन की |
आज भगवन गरीबों के घर आयेंगे || Aaj Bhagwan Gareebon Ke Ghar Aayenge
आज भगवन गरीबों के घर आयेंगे | जितने खाली हैं दामन वो भर जायेंगे || फूल कलियों से घर को सजाउंगी मैं, तुलसी आँगन मे अपने लगाउंगी मैं, मेरी बगिया के सब फूल खिल जायेंगे | सोचा था के कभी शुभ घडी आएगी, प्यारे सतगुर की झलकी तो मिल जाएगी, दुःख सारी उमरिया के कट […]
गुरु बिन कौन बतावे बाट Guru Bina Kon Bataye Baat Gurudev Bhajan
गुरु बिन कौन बतावे बाट बड़ा विकिट यम घाट भ्रान्ति की पहाड़ी, नदिया बीच में अहंकार की लाट । बड़ा विकिट यम घाट… काम क्रोध दो पर्वत ठाड़े, लोभ चोर संघात । बड़ा विकिट यम घाट… मद मक्षर का मेधा बरसत माया पवन बह जाए बड़ा विकिट यम घाट… कहत कबीर सुनो भाई साधो, क्यों […]
गुरु चरनन में ध्यान लगाऊं Guru Charnan Mein Dhyan Lagau
गुरु चरनन में ध्यान लगाऊं। ऐसी सुमति हमे दो दाता ॥ मैं अधमाधम पतित पुरातन। किस विधि भव सागर तर पाऊं । ऐसी दृष्टि हमें दो दाता। खेवन हार गुरु को पाऊं ॥ गुरु चरनन में … गुरुपद नख की दिव्य ज्योति से। निज अन्तर का तिमिर मिटाऊं । गुरुपद पदम पराग कणों से। अपना […]