भोले शंकर का है दरबार
करो सब मिलकर जय जय कार
भोले शिव शंकर की जय हो
भोले शंकर का है दरबार
करो सब मिलकर जय जय कार
भोले शिव शंकर की जय हो
शीश जटा में हो गंगाधरी
बड़े दयालु है त्रिपुरा धारी
शिव भक्तो के पालन हार
करो सब मिलकर जय जय जयकार
भोले शिव शंकर की जय हो
नील कंठ महादेव निराला
पीते है प्रेम से भांग का प्याला
उनकी पूजा करे संसार
करो सब मिलकर जय जय जयकार
भोले शिव शंकर की जय हो
गले नाग लिपटाया काला
भस्मी रमाये डमरू वाला
शिव शकर की महिमा आपार
करो सब मिलकर जय जय जयकार
भोले शिव शंकर की जय हो
दास अशोक सदा शिव जपता
धुप दीप कर ध्यान है धरता
शिव भाव से करेंगे पार
करो सब मिलकर जय जय जयकार
भोले शिव शंकर की जय हो