भोले जैसा दानी मैंने
देखा नहीं जमाने में
एक पंडित को लंका देदी
गृह प्रवेश करने में
होंगे तेरे वारे न्यारे
तू भी शिव मन ले
गंगा जल शिवलिंग पर
चढ़ाकर अब तू भांग
भोग लगा ले
क्योंकि …
भोले को भांग पसंद है …2
भांग के आगे कलाकंद
भी न पसंद है
भोले को भांग पसंद है …2
भोले जी को भांग पसंद है
गले में काले नाग पसंद है
तन पे रहते भष्म रमाये
माथे ऊपर चाँद पसंद है
न खता ये माखन मिश्री
गांजा सल्फा खूब पसंद है
खूब पसंद है
खूब पसंद है …
भोले को भांग पसंद है …2
भोले को भांग पसंद है …2
बर्फी ईमारत दूध मलाई
भोला मेरा खावे न
लड्डू पैदा बालूशाही
इसको कटाई सुहावे न
रूचि नहीं है भोले जी की
जरा भी मिष्ठानो में
छोड़ के सारी दुनिया
ये तो रहता शमशानो में
क्योंकि …
भोले को भांग पसंद है …2
भांग के आगे कलाकंद
भी न पसंद है
भोले को भांग पसंद है …2
भोला मेरा औघड़ दानी
जाता में सोहे गंगा रे
तीनों लोको के है स्वामी
रहता मस्त मलंग रे
बीच भुजंग माथे चंद
गले में नाग है कला …2
मेरा भक्तों के दुःख हारता
बाबा डमरू वाला
क्योंकि …
भोले को भांग पसंद है …2
शंकर को भांग पसंद है
क्योंकि …
भोले को भांग पसंद है …2
भांग के आगे कलाकंद
भी न पसंद है
भोले को भांग पसंद है …2
भोले जैसा दानी मैंने
देखा नहीं जमाने में
एक पंडित को लंका देदी
गृह प्रवेश करने में
होंगे तेरे वारे न्यारे
तू भी शिव मन ले
गंगा जल शिवलिंग पर
चढ़ाकर अब तू भांग
भोग लगा ले
क्योंकि …
भोले को भांग पसंद है …2
भांग के आगे कलाकंद
भी न पसंद है
भोले को भांग पसंद है …2