बता मेरे यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
बालक था रे जब आया करता
रोज खेल के जया करता
हुए के तकरार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
बता मेरे यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
मानने सुनदे कुटुम्ब
क्यू पद गयी ठोकर खानी
हो देखी मार सुदामा
भाई घने दीना में आया
बता मेरे यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
सब बच्चो का हाल सुनदे
मिश्रानी की बात बता दे
अर्रे क्यू गया हार सुदामा
भाई घने दीना में आया
बता मेरे यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
चाहिए तारे तनने पहले आना
इतना दुख नही पड़ता उठना
क्यू भूला प्यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
एब भी आगया ठीक वक़्त
आजा बैतजा मेरे तखत पे
ओ जिगरी यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
बता मेरे यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
आजा भगत च्चती पे लाले
आइब बता तनने कड़े बितालू
करू साहूकार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
बता मेरे यार सुदामा रे
भाई घने दीना में आया
घने दीना में आया
घने दीना में आया