मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे दे meri karunamayi sarkar pata nahi kya de de

मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे

जग से आशा छोड़ दे भैया,
श्यामा से आशा जोड़ ले भैया ।
तेरे भर देगी भण्डार,
पता नहीं क्या दे दे ॥

मांगे से तुम क्या पाओगे,
बिन मांगे सब पा जाओगे ॥
यह सच्ची साहूकार,
पता नहीं क्या दे दे ॥

वृन्दावन में बांके बिहारी,
बरसाने में श्यामा प्यारी ।
यह मेरे जीवन प्राणाधार,
पता नहीं क्या दे दे ॥

बाँध के गठड़ी, चल बरसाने,
राधा रानी के दर्शन पाने ।
तुझे करदे भाव से पार,
पता नहीं क्या देदे ॥

सारे जग की भाग्य विधाता
रखती है हर एक का खाता ।
मेरी श्याम लख दातार,
पता नहीं क्या देदे ॥

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