कालो के काल महाकाल वैरागी धुआ उड़ा रहे है शिव भजन लिरिक्स

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सूटे सूटे चिलम पे चिलम ओ भोला
डमरू बजा रहे है
कालो के कल महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

सूटे सूटे चिलम पे चिलम ओ भोला
डमरू बजा रहे है
कालो के कल महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

काहे सूटे इतनो गंजा
ओ भोले भंडारी
कब तक पीसू
भंग धतूरा
मानो बात हमारी

ना माने भोला भंडारे
नंदी माना रहे है

अरे कालो के अरे कालो के
अरे कालो के महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

नाचत भोला होकर चंगा
शिव शंकर त्रिपुरारी

भूत प्रेत के संग झूम रहे है
हाथ में डमरू दम दम बाजे

अरे कालो के महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

टन पे भोला माले भभूति
गले में काले नाग विराजे
जिनकी महिमा न्यारी
गौरा मैया माना के हारी
धुनि रामा रहे है

कालो के महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

भांग धतूरा तुमको प्यारे
जाई भोले अविनाशी

शिव शंकर मस्ती में जीते
जाने सारी दुनिया

मान भी जाओ हे कैलषी
राजू माना रहे है

कालो के महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

सूट सूट के चिलम ओ भोला
डमरू बजा रहे है
कालो के कल महाकाल वैरागी
धुआ उड़ा रहे है

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